बच्चे जब प्रकृति को नजदीक से देखते हैं, तो वे पर्यावरण और जानवरों के बारे में सीखते हैं और उनकी अहमियत को समझते हैं। यह जरूरी भी है, क्योंकि बच्चे ही हमारे भविष्य हैं।

अगर आप बच्चों को प्रकृति और वन्यजीवों के बारे में सिखाना चाहते हैं, तो राष्ट्रीय उद्यान एक बेहतरीन जगह हो सकती है। यहां वे शेर, हाथी, हिरण, पक्षी और कई दूसरे जानवरों को पास से देख सकते हैं। बच्चों को जानवरों को देखना बहुत पसंद होता है, लेकिन शहरों में वे इन्हें सिर्फ मोबाइल या किताबों में ही देख पाते हैं। ऐसे में राष्ट्रीय उद्यान ही वह जगह होती है, जहां वे इन सबको अपनी आंखों के सामने देख सकते हैं। यहां बच्चे जंगल सफारी, पक्षी देखने (बर्ड वॉचिंग) और नेचर वॉक जैसी मजेदार एक्टिविटीज का भी आनंद ले सकते हैं।
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पेंच राष्ट्रीय उद्यान में देखने को मिलेंगे इस तरह के जानवर
1993 में इस उद्यान को टाइगर रिजर्व का दर्जा मिला। यह सिवनी और छिंदवाड़ा जिलों में फैला हुआ है और करीब 758 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र को कवर करता है। इसका कुछ हिस्सा महाराष्ट्र में भी आता है। यहां पर 210 से ज्यादा तरह के पक्षी और कई अलग-अलग जीव-जंतु देखने को मिलते हैं। यह उद्यान इतना बड़ा है कि घूमते-घूमते पूरा दिन कब बीत जाएगा, आपको पता भी नहीं चलेगा। सफारी के दौरान आप जंगल के बड़े हिस्से को देख सकते हैं और रोमांचक अनुभव का आनंद ले सकते हैं।

पेंच राष्ट्रीय उद्यान समय
- यह पार्क 1 मार्च से 30 अप्रैल तक सुबह 5:30 बजे से 9:30 बजे तक और फिर दोपहर 3:00 बजे से शाम 7:00 बजे तक खुला रहता है। ध्यान दें कि जून से सितंबर के बीच यह पार्क बंद रहता है।
- सफारी का समय सुबह 11 बजे से दोपहर 3 बजे तक है। जीप सफारी महंगी हो सकती है, जिसमें 2000 से 3000 रुपये तक खर्च हो सकते हैं। यहां आपको हाथी सफारी का भी आनंद लेने का मौका मिलेगा।
- अगर आप सफारी पर ज्यादा खर्च नहीं करना चाहते, तो आप इस पार्क में पैदल भी घूम सकते हैं और इसकी खूबसूरती का आनंद ले सकते हैं।
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