छठ पूजा के समय आप सूर्य देव के प्रसिद्ध मंदिरों के दर्शन करने जा सकते हैं। भारत में कई ऐसे मंदिर हैं जहाँ आप इस पर्व के अवसर पर पूजा कर सकते हैं।
हिंदू धर्म में छठ पूजा का बहुत महत्व है। यह चार दिनों का पर्व है जिसमें लोग पूरी श्रद्धा और भक्ति के साथ सूर्य देव की पूजा करते हैं। इस कठिन व्रत में महिलाएं कई नियमों का पालन करती हैं और इसे बड़ी आस्था के साथ निभाती हैं।
छठ पूजा की सबसे अधिक धूम बिहार और झारखंड में देखी जाती है। इसके अलावा, उत्तर प्रदेश और नेपाल के कुछ इलाकों में भी लोग इस परंपरा को मानते हैं। इस दिन भगवान सूर्य की विशेष पूजा होती है। अगर आपके पास समय है, तो इस पवित्र अवसर पर किसी सूर्य मंदिर में जाकर दर्शन कर सकते हैं। हम आपको यहां सूर्य देव के कुछ प्रमुख मंदिरों के बारे में बता रहे हैं।
बिहार का सूर्य मंदिर
गया, बिहार का एक महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल है, जहाँ विशेष रूप से पितृपक्ष में बड़ी संख्या में लोग अपने पितरों की शांति के लिए आते हैं। गया में एक प्रसिद्ध सूर्य मंदिर है, जिसे दक्षिणार्क सूर्य मंदिर कहा जाता है। यहाँ श्रद्धालु भगवान सूर्य की पूजा करते हैं और उनका आशीर्वाद लेते हैं। छठ पर्व के दौरान यहां विशेष तौर पर भारी भीड़ होती है, जब लोग सूर्य को अर्घ्य देने और अपनी मनोकामनाओं के लिए भगवान सूर्य की आराधना करने आते हैं।
महाराष्ट्र का सूर्य मंदिर
महाराष्ट्र के औरंगाबाद जिले में भी एक प्राचीन सूर्य मंदिर है, जहाँ छठ पर्व के अवसर पर श्रद्धालुओं की भीड़ लगती है। इस मौके पर यहाँ एक मेला भी लगता है, जिसमें लोग दूर-दूर से आते हैं। इस मंदिर से जुड़ी मान्यता है कि इसे देवताओं के शिल्पकार भगवान विश्वकर्मा ने खुद अपने हाथों से बनाया था।
रांची का सूर्य मंदिर
झारखंड की राजधानी रांची से करीब 39 किलोमीटर दूर बुंडू के पास एक सुंदर सूर्य मंदिर स्थित है। यह मंदिर संगमरमर से बना हुआ है और इसमें भगवान सूर्य देव की एक विशाल प्रतिमा है जो 18 पहियों और 7 घोड़ों के रथ पर विराजमान है। यहां हर साल छठ पूजा के दौरान श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ती है, जो बहुत धूमधाम से इस पर्व को मनाते हैं। यह सूर्य मंदिर अपने अनोखे निर्माण और भव्यता के लिए प्रसिद्ध है।
गुजरात का सूर्य मंदिर
गुजरात के मोढ़ेरा में स्थित सूर्य मंदिर भी विशेष आकर्षण का केंद्र है। यह मंदिर अहमदाबाद से करीब 100 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। छठ पर्व के अवसर पर यहां भी भारी संख्या में श्रद्धालु भगवान सूर्य की पूजा करने आते हैं। मोढ़ेरा के इस सूर्य मंदिर का निर्माण सोलंकी वंश के राजा भीमदेव प्रथम ने करवाया था, जो सूर्य देव को अपने कुल देवता के रूप में मानते थे। इस मंदिर का स्थापत्य और सुंदरता इसे और भी विशेष बनाते हैं।
ओडिशा का सूर्य मंदिर
ओडिशा के कोणार्क में स्थित सूर्य मंदिर विश्व प्रसिद्ध है। यह मंदिर भगवान सूर्य को समर्पित है और रथ के आकार में बनाया गया है। छठ पर्व के समय इस मंदिर में भक्तों का तांता लगा रहता है जो सूर्य देव के दर्शन के लिए दूर-दूर से आते हैं। 13वीं शताब्दी में निर्मित यह सूर्य मंदिर अपने विशाल आकार, अद्भुत वास्तुकला और ऐतिहासिक महत्व के लिए जाना जाता है। छठ पर्व पर यहां की रौनक देखते ही बनती है, और लोग बड़ी श्रद्धा के साथ सूर्य देव की पूजा करते हैं।
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