नमस्ते दोस्तों! हमारी वेबसाइट Suraj Explore में आपका स्वागत है। अगर आप उत्तराखंड की यात्रा की योजना बना रहे हैं, तो आप सही जगह पर हैं। आज, हम आपको उत्तराखंड Part 3 यात्रा में दर्शनीय अनिवार्य स्थलों की यात्रा पर ले जा रहे हैं।
Best Tourist Places to Visit in Uttarakhand – Part 3
13. कौसानी | Kausani
कौसानी भारतीय राज्य उत्तराखंड में स्थित एक खूबसूरत हिल स्टेशन है, जो अपनी प्राकृतिक सुंदरता और शांत वातावरण के लिए प्रसिद्ध है। इस जगह को ‘स्विट्जरलैंड ऑफ इंडिया’ के नाम से भी जाना जाता है। यहां की पहाड़ियों से हिमालय की विशाल चोटियों के मनमोहक दृश्य देखे जा सकते हैं।

- अनासक्ति आश्रम: यह आश्रम महात्मा गांधी के 1929 के आगमन के बाद प्रसिद्ध हुआ था। गांधीजी ने यहां अपने ‘गीता अनासक्ति योग’ की रचना की थी। आज यह स्थान एक संग्रहालय और एक शांत ध्यान केंद्र के रूप में जाना जाता है।
- टी गार्डन: कौसानी के चाय बागान पर्यटकों के लिए एक प्रमुख आकर्षण हैं। यहां विभिन्न प्रकार की चाय की खेती होती है। इन बागानों के बीच सैर करना और ताजी चाय का स्वाद लेना एक अद्भुत अनुभव है।
- सुमित्रानंदन पंत गैलरी: यह गैलरी प्रसिद्ध हिंदी कवि सुमित्रानंदन पंत को समर्पित है, जिनका जन्म कौसानी में ही हुआ था। इस गैलरी में उनकी कविताओं, लेखों और पत्रों का संग्रह है।
- रुद्रधारी फॉल्स एंड केव्स: यह एक प्राकृतिक आकर्षण है जो कौसानी से कुछ किलोमीटर दूर स्थित है। झरने और गुफाएं यहां की प्राकृतिक सुंदरता को और भी बढ़ाते हैं।
- बैजनाथ मंदिर: यह प्राचीन मंदिर कौसानी से कुछ दूरी पर स्थित है और यह हिंदू देवता शिव को समर्पित है। बैजनाथ मंदिर अपनी ऐतिहासिक वास्तुकला और प्राचीनता के लिए जाना जाता है। यह स्थान धार्मिक और इतिहासिक दोनों प्रकार के पर्यटकों को आकर्षित करता है। मंदिर के आसपास की प्राकृतिक सुंदरता और शांत वातावरण पर्यटकों को एक अद्वितीय और शांतिपूर्ण अनुभव प्रदान करते हैं।
कौसानी में प्रकृति की गोद में आराम करने के लिए अनेक रिसॉर्ट्स और होटल भी उपलब्ध हैं, जहां से हिमालय की खूबसूरत चोटियों का दर्शन किया जा सकता है। चाहे आप एकांत में समय बिताना चाहते हों या प्रकृति की सुंदरता का आनंद लेना चाहते हों, कौसानी हर प्रकार के पर्यटक के लिए कुछ न कुछ खास रखता है।
14. लांसडाउन | Lansdowne
लांसडाउन यह जगह पहाड़ों की गोद में बसी हुई है और प्राकृतिक सुंदरता से भरपूर है। लांसडाउन अपनी शांत और सुखद जलवायु, घने जंगलों, और हरियाली से पर्यटकों को आकर्षित करता है। यहाँ की कुछ प्रमुख आकर्षण की बातें इस प्रकार हैं:

- टिप-इन-टॉप (Tip-in-Top): यह एक व्यू पॉइंट है जहाँ से पर्यटक हिमालय की चोटियों का मनोरम दृश्य देख सकते हैं। यहाँ से सूर्योदय और सूर्यास्त का दृश्य देखना बहुत ही सुंदर होता है।
- भुल्ला ताल: यह एक मानव निर्मित झील है जो अपनी शांति और सुंदरता के लिए प्रसिद्ध है। पर्यटक यहाँ नौका विहार कर सकते हैं और प्राकृतिक सुंदरता का आनंद ले सकते हैं।
- गर्वाल राइफल्स रेजिमेंटल वॉर मेमोरियल: यह स्मारक गर्वाल राइफल्स के वीर सैनिकों की याद में बनाया गया है। यह स्थल देशभक्ति की भावना से ओत-प्रोत है।
- सेंट मैरी चर्च: यह एक पुराना चर्च है जो अपनी गोथिक शैली की वास्तुकला के लिए प्रसिद्ध है। चर्च के अंदर की शांति और वातावरण लोगों को आकर्षित करता है।
- कालेश्वर मंदिर: यह एक प्राचीन शिव मंदिर है जो अपनी आध्यात्मिक महत्व के लिए जाना जाता है। यहाँ का वातावरण बह शांत और पवित्र है, जिससे यहां आने वाले भक्तों और पर्यटकों को एक अलग ही शांति का अनुभव होता है। लोग यहाँ पूजा और ध्यान में समय बिताने के लिए आते हैं।
लांसडाउन अपनी सादगी और प्राकृतिक सौंदर्य के कारण उन पर्यटकों के लिए एक आदर्श स्थल है जो शहर की भागदौड़ और शोर-शराबे से दूर कुछ समय शांति और आराम में बिताना चाहते हैं। यहां की हरियाली, ताज़ी हवा, और सुंदर दृश्य पर्यटकों को नई ऊर्जा और प्रेरणा प्रदान करते हैं। यदि आप प्रकृति के करीब रहकर कुछ समय बिताना चाहते हैं तो लांसडाउन आपके लिए एक बेहतरीन जगह हो सकती है। यहां की सादगी और प्राकृतिक सुंदरता आपको निश्चित रूप से आकर्षित करेगी और आपके दिल को छू लेगी।
15. नाग टिब्बा | Nag Tibba
नाग टिब्बा, उत्तराखंड में स्थित एक प्रसिद्ध पर्वत चोटी है, जो ट्रेकिंग और प्रकृति प्रेमियों के बीच बहुत लोकप्रिय है। यह गढ़वाल हिमालय में स्थित है और इसे ‘सर्प का टिब्बा’ भी कहा जाता है। नाग टिब्बा की ऊंचाई लगभग 3022 मीटर (9915 फीट) है, जो इसे इस क्षेत्र की सबसे ऊंची चोटियों में से एक बनाती है।

नाग टिब्बा ट्रेक एक छोटा और आसान ट्रेक है, जिसे आमतौर पर दो दिनों में पूरा किया जा सकता है। यह ट्रेक मसूरी या देहरादून से आसानी से शुरू किया जा सकता है और इसे पूरा करने के लिए किसी विशेष ट्रेकिंग कौशल की आवश्यकता नहीं होती। नाग टिब्बा पर चढ़ाई करते समय, यात्री घने जंगलों, खूबसूरत घास के मैदानों और मनमोहक हिमालयी दृश्यों का आनंद ले सकते हैं।
इस ट्रेक की शुरुआती बिंदु पंतवाड़ी गाँव है, जो देहरादून से लगभग 85 किलोमीटर दूर है। पंतवाड़ी से नाग टिब्बा के बेस कैम्प तक पहुंचने के लिए ट्रेकर्स को कई छोटे गाँवों के माध्यम से चलना पड़ता है जो अपनी अद्वितीय संस्कृति और परंपराओं के लिए जाने जाते हैं। ट्रेक के दौरान, यात्री विभिन्न प्रकार के वनस्पतियों और जीवों को भी देख सकते हैं।
नाग टिब्बा की चोटी पर पहुँचने पर, ट्रेकर्स को हिमालय की चोटियों जैसे कि बंदरपूंछ, स्वर्गारोहिणी, काला नाग, और गंगोत्री समूह के भव्य दृश्य दिखाई देते हैं। इस उच्च बिंदु से, प्रकृति के विहंगम दृश्य देखना एक अद्भुत अनुभव होता है और यह क्षण ट्रेकर्स के लिए यादगार बन जाता है। इसके अलावा, नाग टिब्बा ट्रेक आध्यात्मिक महत्व भी रखता है क्योंकि यहां एक छोटा सा मंदिर है जो नाग देवता को समर्पित है, जिसे पर्वतारोहियों और स्थानीय लोगों द्वारा पूजा जाता है।
नाग टिब्बा ट्रेक उन लोगों के लिए भी उपयुक्त है जो छोटी अवधि में पहाड़ों का अनुभव लेना चाहते हैं और नये ट्रेकर्स के लिए यह एक आदर्श प्रारंभिक बिंदु हो सकता है। साथ ही, यह स्थान प्रकृति के बीच समय बिताने और शहर की भीड़-भाड़ से दूर रहने का एक शानदार अवसर प्रदान करता है। चाहे आप एक अनुभवी ट्रेकर हों या नये, नाग टिब्बा अपनी सुंदरता और शांति के साथ आपका स्वागत करता है।
16. केदारनाथ : हिंदू धर्म के चार पवित्र धामों में से एक (Kedarnath)
केदारनाथ भारत के उत्तराखंड राज्य में स्थित एक प्रसिद्ध तीर्थ स्थल है। यह हिंदू धर्म के चार पवित्र धामों में से एक है। केदारनाथ मंदिर, जो कि भगवान शिव को समर्पित है, यहाँ का मुख्य आकर्षण है। यह मंदिर समुद्र तल से लगभग 3584 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है।

केदारनाथ धाम यात्रा के लिए हर साल लाखों तीर्थयात्री और पर्यटक आते हैं। यहाँ की यात्रा मुख्य रूप से अप्रैल से नवंबर तक होती है। दिसंबर से मार्च तक यहाँ बर्फबारी के कारण मंदिर बंद रहता है।
केदारनाथ यात्रा का एक महत्वपूर्ण हिस्सा ट्रेकिंग है। यात्री गौरीकुंड से केदारनाथ तक की 16 किलोमीटर की यात्रा पैदल या घोड़े/खच्चर पर कर सकते हैं। यह ट्रेक प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर है और यात्रियों को अद्भुत हिमालय दृश्यों का अनुभव कराता है।
केदारनाथ में और भी कई दर्शनीय स्थल हैं जैसे कि भैरवनाथ मंदिर और गंधी सरोवर। भैरवनाथ मंदिर, जो कि केदारनाथ मंदिर के निकट स्थित है, भैरव देव को समर्पित है और यह माना जाता है कि जब केदारनाथ मंदिर बंद होता है, तब भैरव देव केदारनाथ की रक्षा करते हैं। गंधी सरोवर एक छोटी झील है जिसे चोराबारी ताल भी कहा जाता है, और यह स्थान केदारनाथ मंदिर से कुछ ही दूरी पर है।
केदारनाथ भारत के उत्तराखंड राज्य में स्थित एक पवित्र तीर्थ स्थान है जो हिंदू धर्म के चार धाम यात्रा में से एक है। यह स्थान अपनी भव्य प्राकृतिक सुंदरता और आध्यात्मिक महत्व के लिए प्रसिद्ध है। केदारनाथ मंदिर, जो भगवान शिव को समर्पित है, यहाँ का मुख्य आकर्षण है।
मंदिर के आस-पास के पहाड़ी इलाके और नदियाँ प्रकृति प्रेमियों के लिए एक अद्भुत दृश्य प्रदान करते हैं। यात्रा का समय मई से अक्टूबर तक होता है, जब मंदिर के द्वार यात्रियों के लिए खोल दिए जाते हैं। इस दौरान देश-विदेश से हजारों तीर्थयात्री और पर्यटक यहाँ आते हैं।
केदारनाथ तक पहुँचने के लिए यात्री गौरीकुंड से एक पदयात्रा करते हैं जो लगभग 16 किलोमीटर लंबी होती है। इस यात्रा में यात्रियों को कई सुंदर झरने और हरे-भरे परिदृश्य देखने को मिलते हैं।
केदारनाथ न केवल धार्मिक यात्रियों के लिए बल्कि ट्रेकिंग और प्रकृति से प्रेम करने वाले लोगों के लिए भी एक आदर्श स्थल है। यहाँ का वातावरण शांत और पवित्र है, जो यात्रियों को आंतरिक शांति और संतुष्टि प्रदान करता है। इस तरह, केदारनाथ अपनी अद्वितीय आध्यात्मिकता और प्राकृतिक सुंदरता के माध्यम से हर आगंतुक के दिल को छू लेता है।
17. एबट माउंट : अद्भुत प्राकृतिक सुंदरता, हरे-भरे पहाड़ों और सुखद वातावरण के लिए प्रसिद्ध (Abbot Mount)
एबट माउंट एक मनोरम पर्यटन स्थल है जो उत्तराखंड राज्य के लोहाघाट नगर के निकट स्थित है। यह जगह अपनी अद्भुत प्राकृतिक सुंदरता, हरे-भरे पहाड़ों और सुखद वातावरण के लिए प्रसिद्ध है। एबट माउंट प्रकृति प्रेमियों, फोटोग्राफरों और शांति की तलाश में आने वाले लोगों के लिए एक आदर्श स्थल है।

एबट माउंट की यात्रा का सबसे अच्छा समय गर्मियों के मौसम में होता है, जब यहाँ का मौसम सुहावना और ठंडा रहता है। इस समय, पर्यटक विभिन्न प्रकार की गतिविधियों जैसे ट्रेकिंग, पिकनिक, और बर्ड वाचिंग में हिस्सा ले सकते हैं।
एबट माउंट में जाने के लिए निकटतम रेलवे स्टेशन और हवाई अड्डा क्रमशः टनकपुर और पंतनगर में स्थित हैं। इन स्थानों से पर्यटक टैक्सी या बस के माध्यम से एबट माउंट पहुंच सकते हैं।
इस क्षेत्र में रहने के लिए कई गेस्ट हाउस और होटल उपलब्ध हैं जो विभिन्न प्रकार की सुविधाएँ और आराम प्रदान करते हैं। पर्यटक अपने बजट और आवश्यकता के अनुसार आवास चुन सकते हैं।
एबट माउंट की सैर करते समय, पर्यटक प्राकृतिक सौंदर्य के साथ-साथ यहाँ के स्थानीय संस्कृति और परंपरा से भी परिचित हो सकते हैं। यहाँ के लोग अतिथि सत्कार में विश्वास रखते हैं और पर्यटकों का गर्मजोशी से
स्वागत करते हैं। इसके अलावा, यहाँ की स्थानीय व्यंजन भी काफी स्वादिष्ट होते हैं, जिन्हें चखना पर्यटकों के लिए एक अनूठा अनुभव हो सकता है।
एबट माउंट से पर्यटकों को न केवल प्राकृतिक और सांस्कृतिक खजाना मिलता है, बल्कि यह स्थल उन्हें आंतरिक शांति और ताजगी का भी अनुभव कराता है। इसलिए, अगर आप प्रकृति की सुंदरता का आनंद लेना चाहते हैं और शहर की भागदौड़ से कुछ समय के लिए दूर जाना चाहते हैं, तो एबट माउंट आपके लिए एक आदर्श स्थान हो सकता है।
18. चोपटा : एक खूबसूरत हिल स्टेशन (Chopta)
चोपटा भारत के उत्तराखंड राज्य में स्थित एक खूबसूरत हिल स्टेशन है, जिसे मिनी स्विट्जरलैंड के नाम से भी जाना जाता है। यह स्थान प्राकृतिक सौंदर्य, शांति और ताजगी से भरपूर है, जिसे देखने और अनुभव करने के लिए पर्यटक दूर-दूर से आते हैं।

चोपटा ट्रेकिंग, कैम्पिंग और बर्ड वॉचिंग के लिए प्रसिद्ध है। यहां के हरे-भरे जंगल, शांत पहाड़ और सुंदर नजारे प्रकृति प्रेमियों को बेहद आकर्षित करते हैं। ट्रेकर्स यहां के चोटियों पर चढ़ाई कर सकते हैं, जिससे उन्हें हिमालय के मनोरम दृश्य का अनुभव होता है।
चोपटा से तुंगनाथ मंदिर की यात्रा भी बहुत लोकप्रिय है, जो कि पंच केदार में से एक है और यहां से केदारनाथ की चोटियों का दृश्य भी देखा जा सकता है। यह ट्रेक अधिकांश पर्यटकों के लिए एक अनुभव होता है क्योंकि यह उन्हें आध्यात्मिकता और प्राकृतिक सौंदर्य दोनों का मिश्रण प्रदान करता है।
चोपटा में आप विभिन्न प्रकार के पक्षियों को देख सकते हैं, जो कि बर्ड वॉचर्स के लिए एक स्वर्ग है। यहां की हरियाली और शांत वातावरण प्रकृति के साथ समय बिताने का एक उत्तम स्थान है।
मौसम की बात करें तो चोपटा साल भर यात्रा के लिए उपयुक्त है, लेकिन मार्च से जून के महीने और सितंबर से नवंबर के महीने यहाँ घूमने का सबसे अच्छा समय माना जाता है। इस दौरान मौसम सुहावना रहता है, और प्रकृति अपने पूरे शबाब पर होती है, जिससे यहां की सुंदरता और भी बढ़ जाती है। वहीं, सर्दियों में यहाँ की खूबसूरती देखने लायक होती है, जब पूरा क्षेत्र बर्फ से ढक जाता है, लेकिन इस समय यहाँ यात्रा करने के लिए अच्छी तैयारी और सावधानी जरूरी है।
19. अल्मोड़ा : संस्कृति, प्राकृतिक सुंदरता और ऐतिहासिक महत्व (Almora)
अल्मोड़ा, उत्तराखंड का एक प्रमुख पर्यटन स्थल है, जो अपनी संस्कृति, प्राकृतिक सुंदरता और ऐतिहासिक महत्व के लिए जाना जाता है। यहां की खासियतें और आकर्षण के केंद्र निम्नलिखित हैं:

- कसार देवी मंदिर: यह अल्मोड़ा से कुछ ही दूरी पर स्थित एक प्राचीन मंदिर है, जो देवी कसार को समर्पित है। इस स्थल से हिमालय की मनमोहक दृश्यावली दिखाई देती है।
- ब्राइट एंड कॉर्नर: यह अल्मोड़ा का एक प्रमुख व्यू पॉइंट है, जहां से आप सूर्यास्त और सूर्योदय का अद्भुत दृश्य देख सकते हैं।
- चितई गोलू देवता मंदिर: गोलू देवता को न्याय के देवता के रूप में माना जाता है। यहां आने वाले भक्त अपनी समस्याओं के समाधान के लिए मन्नतें मांगते हैं।
- नंदा देवी मंदिर: यह मंदिर अल्मोड़ा की संस्कृति और आस्था का प्रतीक है, जहां हर साल नंदा देवी मेला आयोजित होता है।
- बिंसर वन्यजीव अभ्यारण्य: प्रकृति प्रेमियों के लिए यह जगह स्वर्ग समान है। यहां आप विविध प्रकार के वन्यजीव और पक्षियों को देख सकते हैं।
- कटारमल सूर्य मंदिर: यह 800 साल पुराना मंदिर अपनी वास्तुकला और ऐतिहासिक महत्व के लिए प्रसिद्ध है।
- जीरो पॉइंट: अल्मोड़ा के बिंसर से कुछ ही दूरी पर स्थित इस बिंदु से आप हिमालय की शानदार चोटियों का नजारा देख सकते हैं। यह स्थान प्रकृति के सौंदर्य को निहारने के लिए आदर्श है।
- लाल बाज़ार: अल्मोड़ा की यह प्रसिद्ध शॉपिंग स्ट्रीट है, जहां आप हस्तशिल्प, ऊनी वस्त्र, और स्थानीय खाद्य पदार्थों की खरीदारी कर सकते हैं।
- गोविन्द बल्लभ पंत म्यूज़ियम: यह संग्रहालय उत्तराखंड के इतिहास, कला और संस्कृति को दर्शाता है। यहां आपको क्षेत्र के पुरातन इतिहास और संस्कृति की गहरी समझ मिलेगी।
- सिमतोला: यह एक खूबसूरत पिकनिक स्पॉट है, जो शहर से कुछ ही दूरी पर है। यहां आप प्रकृति की गोद में आराम कर सकते हैं और ताजगी भरा अनुभव प्राप्त कर सकते हैं।
अल्मोड़ा अपने खूबसूरत परिदृश्य, ऐतिहासिक मंदिरों, और लोक संस्कृति के लिए जाना जाता है। यहां आकर पर्यटक प्राकृतिक सौंदर्य, आध्यात्मिक शांति और सांस्कृतिक विविधता का अनुभव कर सकते हैं। अल्मोड़ा न केवल एक यात्रा गंतव्य है बल्कि एक अनुभव है जो आपको बार-बार यहां आने के लिए प्रेरित करेगा।
आपको ये जानकारी कैसी लगी आप हमें कमेंट करके बताए एंड आपको और कहा की जानकारी चाइये ये भी आप हमें जरूर बताएँ। थैंक्स आपका कीमती समय देने के लिए।