नमस्ते दोस्तों! हमारी वेबसाइट Suraj Explore में आपका स्वागत है। अगर आप पुणे यात्रा की योजना बना रहे हैं, तो आप सही जगह पर हैं। आज, हम आपको पुणे यात्रा में दर्शनीय अनिवार्य स्थलों की यात्रा पर ले जा रहे हैं।
पुणे एक आकर्षक शहर है जहां आधुनिकता और परंपरा एक साथ मौजूद हैं। पुणे में अपने आईटी उद्योग के कारण एक समृद्ध संस्कृति और एक महानगरीय बढ़त है। अतीत और वर्तमान का विलय शहर की सुंदरता को बढ़ाता है, जिससे यह एक आकर्षक पर्यटन स्थल बन जाता है। घूमने के लिए कई सांस्कृतिक, ऐतिहासिक और साहसिक स्थानों के साथ, पुणे की यात्रा में परिवारों और दोस्तों के लिए बहुत सारे आकर्षण हैं। यहां पुणे में घूमने के लिए शीर्ष 10 स्थान हैं।
पुणे में घूमने की जगहें: आगा खान पैलेस

आगा खान पैलेस का इतिहास वास्तव में गहरा और प्रेरणादायक है। 1892 में बना यह महल, पुणे के यरवदा क्षेत्र में स्थित, सुल्तान मोहम्मद शाह, आगा खान III की दृष्टि का प्रतिफल है। इसकी भव्य वास्तुकला और इतिहास की गाथाओं ने इसे पुणे में घूमने के लिए एक प्रसिद्ध स्थल बना दिया है। यह महल भारतीय स्वतंत्रता संग्राम की महत्वपूर्ण घटनाओं का साक्षी रहा है, जहाँ महात्मा गांधी, कस्तूरबा गांधी, महादेव देसाई, और सरोजिनी नायडू जैसे विभूतियों ने समय बिताया था। 1969 में राजकुमार करीम अल-हुसैनी, आगा खान चतुर्थ द्वारा इसे भारत सरकार को दान कर देना, महात्मा गांधी और उनके दर्शन के प्रति सम्मान का प्रतीक है। अब यह महल गांधी राष्ट्रीय संग्रहालय के नाम से जाना जाता है और इसकी दीवारें भारत की स्वतंत्रता की कहानी सुनाती हैं।
पुणे में प्रसिद्ध पर्यटन स्थल: शनिवार वाड़ा

शनिवार वाडा, पुणे शहर के हृदय में स्थित, मराठा साम्राज्य के पेशवाओं के गौरवशाली इतिहास का प्रतीक है। इसे 1736 में बाजीराव प्रथम ने निर्मित करवाया था, और यह अपने समय के महत्वपूर्ण राजनीतिक और सांस्कृतिक केंद्रों में से एक था। इसकी जटिल नक्काशी और उत्कृष्ट डिजाइन इसके मराठा कारीगरों की कुशलता को दर्शाते हैं। शनिवार वाडा के मुख्य द्वार की ऊंचाई 21 फुट है, और इसे उत्तर दिशा की ओर रखा गया है, जबकि इसके प्रमुख द्वारों में दिल्ली दरवाजा और मस्तानी दरवाजा शामिल हैं। कमल के आकार का फव्वारा इसकी एक खास विशेषता है।
1827 में आग लगने के बाद, अधिकांश भवन नष्ट हो गया, लेकिन आज भी पांच द्वारों और नौ बुर्जों के साथ इसकी किले की दीवारें खड़ी हैं, जो पूरे परिसर को घेरती हैं। इस स्थान पर एक प्रकाश और संगीत शो भी आयोजित किया जाता है, जो पेशवाओं के युग को जीवंत करता है, जिससे आगंतुकों को उस समय की एक झलक मिलती है। यह शो इतिहास प्रेमियों के लिए विशेष रूप से आकर्षक है, जो इस ऐतिहासिक स्थल की समृद्ध विरासत और पुणे के मराठा साम्राज्य के साथ गहरे संबंधों को समझना चाहते हैं।
पुणे में घूमने की जगहें: शिवनेरी किला

शिवनेरी किला, जो पुणे के निकट स्थित है, मराठा साम्राज्य के संस्थापक शिवाजी महाराज के जन्मस्थान के रूप में विशेष महत्व रखता है। इस किले की बनावट और इतिहास ने इसे महाराष्ट्र में एक प्रमुख पर्यटन स्थल बना दिया है। 1.6 किलोमीटर लंबे इस किले की विशेषताएं इसकी अद्वितीय संरचना, 400 सीढ़ियाँ जो इसके शीर्ष तक जाती हैं, और इसके आस-पास की प्राकृतिक सुंदरता हैं। बादामी तलाव और गंगा-यमुना झरने इसके परिसर में प्राकृतिक सौंदर्य और शांति जोड़ते हैं। इसका ऐतिहासिक महत्व उन कहानियों में निहित है जो शिवाजी महाराज के बचपन और उनके सैन्य प्रशिक्षण से जुड़े हैं।
पुणे में पर्यटक स्थल: राष्ट्रीय फिल्म अभिलेखागार संग्रहालय
पुणे में राष्ट्रीय फिल्म पुरालेख संग्रहालय एशिया में फिल्मों का सबसे बड़ा संग्रह होने का दावा करता है, जो इसे सिनेमा प्रेमियों के लिए एक अवश्य देखने योग्य पर्यटन स्थल बनाता है। 1964 में स्थापित, यह संग्रहालय दुनिया भर की कुछ दुर्लभ शास्त्रीय फिल्मों को प्रदर्शित करता है। हर साल, यहां नए शीर्षक जोड़े जाते हैं जो खुले बाजार में उपलब्ध नहीं होते हैं। इसमें दुनिया और भारत की पहली फिल्मों के प्रिंट हैं, जो इसे अनुसंधान विद्वानों और फिल्म अध्ययन के छात्रों के लिए एक महत्वपूर्ण संसाधन बनाते हैं। संग्रह में 14,678 किताबें, 14,264 स्क्रिप्ट, 10,304 फिल्में, 214 नियमित फिल्म पत्रिकाएं, 5,658 पर्चे, 55,406 तस्वीरें, 5,131 दीवार पोस्टर, 1,752 डिस्क रिकॉर्ड और 31 ऑडियो टेप शामिल हैं।
पुणे में घूमने की जगहें: राजा दिनकर केलकर संग्रहालय

राजा दिनकर केलकर संग्रहालय, महाराष्ट्र सरकार के पुरातत्व विभाग द्वारा संचालित, पुणे में घूमने के लिए लोकप्रिय दर्शनीय स्थलों में से एक है। केलकर संग्रहालय की स्थापना 1962 में बाबा दिनकर केलकर द्वारा की गई थी। इसमें दुनिया के विभिन्न हिस्सों से लगभग 25,000 वस्तुएं प्रदर्शित हैं, जिन्हें बाबा केलकर द्वारा एकत्र किया गया था। संगीत वाद्ययंत्रों, मुगल लैंप, पेंटिंग और अन्य प्राचीन वस्तुओं का एक दिलचस्प संग्रह, रामायण के दृश्यों पर पेंटिंग, नटक्रैकर्स, नक्काशीदार महल के दरवाजे, टेराकोटा, तांबे और पीतल के बर्तन 18 वीं और 19 वीं शताब्दी की कुछ वस्तुएं हैं, जो यहां प्रदर्शित हैं। राजा दिनकर केलकर संग्रहालय की सबसे आकर्षक विशेषताओं में से एक मस्तानी महल की प्रतिकृति है, जिसे मूल रूप से 1734 में बनाया गया था। यह कमरा, अपनी शानदार सजावट और भव्य झूमरों के साथ, महल के समान एक सेटिंग प्रस्तुत करता है।
पुणे में घूमने की जगहें: सिंहगढ़ किला

सिंहगढ़ का इतिहास और विवरण वाकई में रोमांचक और गौरवपूर्ण है। यह किला, जो शेर का किला कहलाता है, सह्याद्रि पर्वतमाला के बीच में एक पहाड़ी पर स्थित है, और इसका इतिहास मराठा साम्राज्य के वीरतापूर्ण कार्यों से भरा पड़ा है। 1670 में हुई सिंहगढ़ की लड़ाई इसके सबसे प्रसिद्ध ऐतिहासिक क्षणों में से एक है, जहां तानाजी मालुसरे जैसे वीरों ने अपनी वीरता की अमिट छाप छोड़ी। इस किले का स्थल और उसके आस-पास का परिदृश्य ट्रैकिंग के शौकीनों के लिए एक आदर्श स्थान बनाते हैं, और पक्षी प्रेमी भी यहां की विविध पक्षी प्रजातियों को देखने के लिए आते हैं।
पुणे में घूमने की जगहें: श्रीमंत दगडूशेठ हलवाई गणपति मंदिर

दगडूशेठ हलवाई गणपति मंदिर, पुणे में स्थित है और इसे आमतौर पर ‘इच्छापूर्ति गणेश’ के रूप में जाना जाता है, जो मनोकामना पूरी करने वाले गणेश के लिए प्रसिद्ध है। इस प्रतिष्ठित मंदिर का निर्माण लगभग 125 वर्ष पहले श्री दगडूशेठ हलवाई और उनकी पत्नी लक्ष्मीबाई ने किया था। मंदिर में स्थित विशाल गणेश प्रतिमा बाहर से भी देखी जा सकती है, जो 7.5 फीट लंबी और 4 फीट चौड़ी है, और इसे लगभग 8 किलोग्राम सोने से सजाया गया है, जो इसे बेहद शानदार बनाता है। मंदिर ट्रस्ट की 2017-18 की ऑडिट रिपोर्ट के अनुसार, इसकी कुल संपत्ति की कीमत 66.91 करोड़ रुपये है।
पुणे में घूमने की जगहें: राष्ट्रीय युद्ध संग्रहालय

पुणे में राष्ट्रीय युद्ध स्मारक दक्षिणी कमान निश्चित रूप से भारतीय रक्षा इतिहास में रुचि रखने वाले पर्यटकों के लिए एक महत्वपूर्ण स्थल है। यह स्मारक भारतीय सैनिकों की बहादुरी, कहानियों, और बलिदानों को याद करने का एक माध्यम है। 1997 में निर्मित, यह संग्रहालय पुणे छावनी में स्थित है और इसका निर्माण एक्सप्रेस सिटीजन फोरम के तहत किया गया था, जिसने युद्ध स्मारक कोष की स्थापना की थी।
संग्रहालय में कारगिल युद्ध में उपयोग किए गए एमआईजी 23 बीएन विमान का प्रदर्शन विशेष रूप से महत्वपूर्ण है, जो भारतीय वायुसेना की शक्ति और क्षमता को दर्शाता है। इसके अलावा, पुर्तगाली-भारत युद्ध के दौरान इस्तेमाल किए गए आईएनएस त्रिशूल युद्धपोत की प्रतिकृति भी प्रदर्शित की गई है, जो नौसेना के इतिहास को सम्मानित करती है।
स्मारक में विभिन्न दीर्घाएँ हैं जो युद्धों का विवरण प्रदर्शित करती हैं और देश के लिए लड़ने वाले सैनिकों के जीवन का स्मरण करती हैं। यह जगह न केवल इतिहास के प्रेमियों के लिए, बल्कि भारतीय सैन्य वीरता और बलिदान को समझने के इच्छुक हर व्यक्ति के लिए अवश्य देखनी चाहिए।
पुणे में घूमने की जगहें: मुलशी बांध

मुलशी बांध पुणे, महाराष्ट्र में एक लोकप्रिय पर्यटक स्थल है, जो अपनी अद्भुत प्राकृतिक सुंदरता और शांतिपूर्ण वातावरण के लिए प्रसिद्ध है। सह्याद्रि पर्वतमाला के मनोरम दृश्यों से घिरा, यह स्थान मानसून के दौरान विशेष रूप से जीवंत हो उठता है, जब हरियाली और झरने पूरे क्षेत्र में जीवन में आ जाते हैं।
मुलशी बांध और उसके आसपास की झील पिकनिक, कैंपिंग, हाइकिंग, और बर्ड-वॉचिंग जैसी विविध गतिविधियों के लिए एक आदर्श स्थान हैं। इस क्षेत्र में विभिन्न प्रकार की वनस्पतियाँ और जीव भी पाए जाते हैं, जो प्रकृति प्रेमियों और फोटोग्राफरों के लिए एक स्वर्ग साबित होते हैं। बांध का पानी सिंचाई और पनबिजली उत्पादन में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
मुलशी तक पहुंचने के लिए, पुणे से एक सुखद ड्राइव के माध्यम से जा सकते हैं, जिससे यह शहर के निवासियों के लिए एक पसंदीदा वीकेंड गेटवे बन जाता है। यदि आप प्रकृति के सौंदर्य को निहारना चाहते हैं और शहर की भागदौड़ से दूर एक शांत स्थल पर समय बिताना चाहते हैं, तो मुलशी बांध आपके लिए एक आदर्श स्थान हो सकता है।
घूमने के लिए पुणे में प्रसिद्ध स्थान: लाल महल

लाल महल, पुणे में स्थित, इतिहास के पन्नों में अपनी विशेष जगह रखता है। यह शिवाजी महाराज के बचपन का घर था और उनके और मुगल साम्राज्य के प्रसिद्ध जनरल शाइस्ता खान के बीच हुई मुठभेड़ का स्थल भी है। इस महल का निर्माण शिवाजी के पिता, शाहजी भोसले ने 1630 ई. में करवाया था।
इस महल का इतिहास और वास्तुकला इसे पुणे के प्रमुख आकर्षणों में से एक बनाते हैं। शिवाजी द्वारा शाइस्ता खान की उंगली काटे जाने की घटना इस महल के इतिहास में एक रोमांचक प्रसंग है। आज भी, लाल महल शिवाजी महाराज के जीवन और उनकी वीरता की कहानियों को संजोए हुए है, और इसमें प्रदर्शित पेंटिंग्स उनके जीवन के विभिन्न प्रसंगों को दर्शाती हैं।
यह महल न केवल शिवाजी महाराज के जीवन की झलक प्रदान करता है, बल्कि मराठा साम्राज्य के इतिहास और सांस्कृतिक विरासत का भी प्रतीक है। यहाँ आने वाले पर्यटक और इतिहास प्रेमी उस युग की महत्वपूर्ण घटनाओं और व्यक्तित्वों की गहराई से समझ प्राप्त कर सकते हैं।
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