Valentines Day 2025: वेलेंटाइन डे मनाने के लिए आखिर 14 फरवरी को ही क्यों चुना गया? बड़ी मजेदार है इसके पीछे की कहानी

Valentines Day 2025: वेलेंटाइन डे मनाने के लिए आखिर 14 फरवरी को ही क्यों चुना गया? बड़ी मजेदार है इसके पीछे की कहानी

आपको तो पता है न कि फरवरी के महीने को प्यार का महीना भी कहा जाता है। वेलेंटाइन डे वीक कपल्स के लिए बेहद ही खास होता है। लेकिन क्या आपने कभी सोचा कि वेलेंटाइन डे आखिर 14 फरवरी को ही क्यों मनाया जाता है?  

Valentine’s Day History: वेलेंटाइन डे को प्यार का दिन माना जाता है और इसे दुनियाभर के कई देशों में धूमधाम से मनाया जाता है। इस खास मौके पर कपल्स अपने दिल की बात अपने पार्टनर से खुलकर कहते हैं। वेलेंटाइन वीक का सबसे अहम दिन, 14 फरवरी, प्यार करने वालों के लिए बेहद खास होता है।

इस दिन से जुड़ी कई कहानियां प्रचलित हैं, लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि 12, 13 या 15 फरवरी के बजाय 14 फरवरी को ही वेलेंटाइन डे क्यों मनाया जाता है? आइए जानते हैं इसके पीछे की खास वजह।

यह भी पढ़ें: 👉 Valentines Day Special 2025: हार्ट शेप का केक मोहब्बत को कर देगा दोगुना, आप भी झटपट करें तैयार

इस तरह से हुई वेलेंटाइन डे की शुरूआत

वेलेंटाइन डे की शुरुआत प्राचीन रोमन त्योहार से हुई थी। ‘ऑरिया ऑफ जैकोबस डी वॉरिजन’ नाम की एक किताब के अनुसार, रोम में एक पादरी थे जिनका नाम संत वेलेंटाइन था। वे प्रेम और आपसी सद्भाव में विश्वास रखते थे और इसे बढ़ावा देना चाहते थे। उनके लिए सच्चा प्यार ही जीवन था। लेकिन रोम के राजा क्लॉडियस को यह बिल्कुल पसंद नहीं था।

राजा क्लॉडियस का मानना था कि प्यार और शादी करने से पुरुषों की बुद्धि और ताकत कमजोर हो जाती है। इसी वजह से उन्होंने अपने राज्य में सैनिकों और अधिकारियों के लिए शादी करने पर पाबंदी लगा दी थी।

रोम के संत वेलेंटाइन ने राजा के विरोध के बावजूद लोगों को प्रेम और विवाह के लिए प्रेरित किया, ताकि समाज में प्यार को बढ़ावा मिले। उनकी प्रेरणा से कई सैनिक और अधिकारी विवाह कर अपने जीवन को आगे बढ़ाने लगे।

यह देखकर राजा बहुत गुस्सा हुआ और उसने 14 फरवरी, 269 ईस्वी में संत वेलेंटाइन को फांसी की सजा दे दी। तभी से यह दिन प्रेम का प्रतीक बन गया और हर साल वेलेंटाइन डे के रूप में मनाया जाता है।

यह भी पढ़ें: 👉 Rose Day 2025: वैलेंटाइन वीक के पहले दिन पार्टनर के साथ शहर में ही इस तरह स्पेंड करें अपना दिन, यादगार रहेगा हमेशा

वेलेंटाइन नाम के पीछे की कहानी

कहते हैं कि अपनी मौत से पहले संत वेलेंटाइन ने जेलर की नेत्रहीन बेटी जैकोबस को अपनी आंखें दान कर दीं। उन्होंने उसे एक पत्र भी लिखा, जिसमें अंत में लिखा था— “तुम्हारा वेलेंटाइन।”

Join WhatsApp

Join Now

Leave a Comment